Thursday, November 19, 2009

कश्मीर के बारे में कहा जाता है की अगर पृथ्वी पर कही स्वर्ग है तो वहीँ है .......... सायद सभीलोगों क ये बात पसंद आए लेकिन जिन लोगों ने गढ़वाल उत्तराखंड की हसीं वादियाँ नही देखि वो जरूर भ्रम में होंगे । हिमालय की गोद में बसे गढ़वाल kइ वादियों को कुदरत ने कई नेमतों से सजाया है । यहाँ पूरे हिन्दुस्तान की प्यास भुजती कल कल करती पावन मान गंगा जमुना की धाराएँ हैं तो साथ में ऊंचे ऊंचे बर्फ से हमेशा ढके रहने याले पहाड़ भी हैं । इस पा३वन भूमिको देवभूमि भी कहा जाता है .और सायद यह बताने की जरूरत नही यहाँ स्थित बद्रीनाथ और केदारनाथ धामों के दरसन के लिए हर साल लाखों यात्री पूरे भारत से आते हैं । हर दस बेड्स कदम पर यहाँ अआस्था के प्रतीक छोटे छूते मंदिरों से लेकर सिध्पीठ और सक्तिपीठ तक मिल जायेंगे । कुदरती खजाने और देवताओं की कृपा के साथ साथ यहाँ पर्यटन के भी सैकड़ों ऐसे स्थान हैं जो साल भर सैलानियों को अपनी और आकर्षित करते हैं । यही नही विंटर ओलंपिक्स केलिए विस्वप्रसिध औली भी इन्ही वादियोंमे बसा है । पूरी दुनिया में मशहूर वन्यजीव सम्पदा के अपर भण्डार भी यहाँ आसानी से मिलते हैं । विस्वप्रसिध फूलों की घाटी से लेकर कॉर्बेट नतिओनल्पर्क तक यहाँ की सुन्दरता में चार चाँद लागाते हैं। ...................................................





शेष अगले अंक में ........

पंकज नैथानी

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